Tuesday, 14 February 2017
सागर कौशिक (Singer Sagar Kaushik) दतौड गाँव
श्रद्धांजलि दिवस....@दतौड गाँव...Dattaur Village
शिक्षित होने का मतलब ये नहीं के आप अतिसंवेदनशील या असंवेदनशील हो जाएं। समाज के प्रति अपने कर्तव्य को समझे। अपने हृदय की वाणी को सुने और वो करें जो आने वाली पीढ़ी के लिए आवश्यक है।
इसलिए... दोस्तों......
वैलेंटाइन डे मनाने के साथ साथ समाज का भी हमेशा ध्यान रखना....
14 फरवरी को वेलेंटाइन डे के साथ साथ श्रद्धांजलि दिवस भी मनायें क्योंकि इसी दिन भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को फांसी की सजा सुनाई गई थी..... जय हिंद ।
शत्-शत् नमन, वंदे मातरम्.... इन्कलाब जिन्दाबाद
#Happyvalentineday #श्रद्धांजलिदिवस
14 फरवरी को वेलेंटाइन डे के साथ साथ श्रद्धांजलि दिवस भी मनायें क्योंकि इसी दिन भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को फांसी की सजा सुनाई गई थी..... जय हिंद ।
शत्-शत् नमन, वंदे मातरम्.... इन्कलाब जिन्दाबाद
#Happyvalentineday #श्रद्धांजलिदिवस
मास्टर केहरी सिंह....दतौड गाँव...@Dattaur Village on 11th February, 2017
कल दतौड गाँव के प्रथम दसवीं पास मास्टर केहरी सिंह का स्वर्गवास हो गया । उनकी उम्र लगभग 90 वर्ष की थी । वो बहुत ही शरीफ एवं सादे व्यक्तित्व के थे । वो एक प्रसिद्ध हारमोनियम वादक भी थे जिन्हें गाने और बजाने का बहुत शोक था । उन्हें बहुत ही पुरानी बातों, कथाओं, वेदों, ग्रंथों, रागनियों एवं भजनो का ज्ञान था । वो सत्संग और कीर्तन में भी जरूर जाते और गाते थे । वो अक्सर स्कूलों और सभाओं में जाकर अंग्रेजी में भाषण भी देते थे । किस्मत में लिखे संघर्ष के कारण उनका पूरा जीवन सादगी एवं गरीबी में व्यतीत हुआ । उन्होंने अपना पूरा जीवन एक छोटी सी परचून की दुकान के सहारे ही बिताया । उसी दुकान में वो बच्चों को अंग्रेजी एवं संगीत भी सिखाते थे । बड़े बुजुर्ग भी उनके पास दादा लख्मीचंद की रागनी एवं भजन सुनने के लिए बैठते थे । औलाद ना होने के कारण उनका पूरा जीवन बड़ा ही संघर्षमय रहा ।
उनकी कमी गाँव में हमेशा महसूस रहेगी । हर सत्संग एवं कीर्तन में वो जरूर याद आएंगे । परमात्मा उनकी आत्मा को अपने चरणों में जगह दे एवं शांति प्रदान करे और शोकाकुल परिवार को यह असीम दुःख सहने की शक्ति दे......ऐसी हमारी अश्रुपूरित कामना है.....जय बाबा सीताराम
उनकी कमी गाँव में हमेशा महसूस रहेगी । हर सत्संग एवं कीर्तन में वो जरूर याद आएंगे । परमात्मा उनकी आत्मा को अपने चरणों में जगह दे एवं शांति प्रदान करे और शोकाकुल परिवार को यह असीम दुःख सहने की शक्ति दे......ऐसी हमारी अश्रुपूरित कामना है.....जय बाबा सीताराम
Parmod Kaushik की शादी में Sunny Kaushik, Baldev Singh, ShriRam Kaushik का एक मनमोहक एवं खूबशूरत डांस ...
Parmod Kaushik की शादी में Sunny Kaushik, Baldev Singh, ShriRam Kaushik का एक मनमोहक एवं खूबशूरत डांस ...
Source: You tube
31st January 2017 News @ Dattaur Village
31st January 2017 को घना कोहरा होने के कारण दतौड गाँव के पशु चिकित्सालय के पास एक दुर्घटना हो गयी ... एक अज्ञात कार ड्राइवर ने एक बाइक सवार पाकस्मा गाँव के रहने वाले युवक को जोरदार टक्कर मारी...जिससे युवक को काफी चोटें आयी और बाइक बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गयी ... गाँव वालों को पता लगते ही कुछ ग्रामवासी वहां पर पहुंचे और डॉक्टर जितेंद्र भारद्धाज को बुलाकर उसका प्राथमिक इलाज़ कराया और उनके घर वालों को सूचित कर उसे तुरंत मेडिकल में पहुँचाया गया ....
आप सभी से भी निवेदन है की कोहरे के मौसम में सावधानी पूर्वक चलें ... जय बाबा सीताराम...
आप सभी से भी निवेदन है की कोहरे के मौसम में सावधानी पूर्वक चलें ... जय बाबा सीताराम...
दतौड गाँव पर एक छोटा सा निबंध ..
दतौड गाँव पर एक छोटा सा निबंध .... कृपया अपने सुझाव लिखना न भूलें ...
दतौड गाँव भारत के हरियाणा राज्य के रोहतक जिले में स्थित एक समृद्ध एवं खुशहाल गाँव है।
दतौड गाँव श्री श्री 1008 बाबा सीताराम की पावन स्थली के रूप में जाना जाता है। दत्तौड़ गाँव एक ब्राह्मण बहुल क्षेत्र के रूप में भी जाना जाता है। बाबा सीताराम दतौड गाँव के सुप्रसिद्ध संत हुए हैं जिनका पूरा नाम श्री श्री 1008 नरोत्तम दास जी महाराज था। दत्तौड़ गांव के निर्माण एवं विकास में उनका अहम् योगदान है। वो एक बहुत बड़े ज्ञानी, दानी, समाजसेवी, भगत और बुद्धिजीवी थे जिन्हें बहुत सारी मायावी शक्तियों और कलाओं का वरदान प्राप्त था। दत्तौड़ गांव पर बाबा सीताराम की कृपा से ही कभी कोई प्राकर्तिक संकट नही आता। वो दत्तौड़ गांव के ग्राम देवता के रूप में पूजे जाते हैं।
दतौड गाँव से भारत की राजधानी दिल्ली से 45 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है है। दतौड गाँव हरियाणा राज्य की राजधानी चंडीगढ़ से लगभग 250 किलोमीटर, रोहतक जिले से 25 किलोमीटर और सांपला तहसील से 4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। दतौड गाँव सांपला तहसील के अधीन आता है जिसके उत्तर की ओर खरखोदा तहसील, पूर्व की ओर बहादुरगढ़ तहसील, पश्चिम की ओर रोहतक तहसील, दक्षिण की ओर झज्जर तहसील है। दतौड गाँव से निकटवर्ती गाँव गिझी 1 किमी, अटायल 2 किमी, इस्माइला 2.5 किमी, गांधरा 3.5 किमी, कसरेंटी 4.8 किमी, सांपला 4 किमी, खेड़ी सांपला 5 किमी, समचाना 5 किमी, भैसरू कलां 5.8 किमी, पाकस्मा 7 किमी, गढ़ी सांपला 6 , किमी, नोनंद 7 किमी, खरावड़ 8 किमी, हसनगढ़ 9 किमी, कुलताना 9 किमी, बलियाणा 10 किमी, खेड़ी साध 15 किमी की दूरी पर स्थित है।
दतौड गाँव में लगभग 2800 मतदाता हैं। दतौड गाँव में साक्षरता की दर 85 फीसदी है। यहाँ के 80 फीसदी ग्रामवासी निजी एवं सरकारी व्यवसायों में कार्यरत हैं। यहाँ लोगों को आत्मनिर्भर बनाने पर भी खास जोर दिया जा रहा है। गाँव में ही उपलब्ध पंजाब नेशनल बैंक के आधार पर सरकारी योजनाओं के जरिए युवाओं और किसानों को ऋण तथा जरूरी सुविधाएँ दी जाती हैं।
कोशिश की जा रही है कि यहाँ रहने वाले किसी की भी व्यक्ति की हालत कमजोर नहीं रह सके। गाँव में बने साफ सुथरे और व्यवस्थित मंदिर परिसर, सरकारी एवं निजी स्कूल परिसर, पंजाब नेशनल बैंक, हर वर्ग के लिए बनी चौपालें, डिस्पेंसरी, पुस्तकालय, पशु चिकित्सालय, जल घर, पंचायत घर, भगवान परशुराम आश्रम, निर्माणाधीन गौशाला, वाटर ट्रीटमेंट प्लांट, सीवरेज सिस्टम, तालाब, आंगनवाड़ी केंद्र, सामुदायिक केंद्र और बाबा सीताराम खेल स्टेडियम आदि यहाँ प्रमुख आकर्षण के केंद्र हैं ।
यहाँ सभी ग्रामवासी अब पर्यावरण, पानी, सफाई और गाँव में विकास का महत्त्व भली-भाँती समझते हैं। बच्चों एवं युवाओं को भी स्कूल, कॉलेज, दफ्तर जाने से पहले और अवकाश के दिन अपने आसपास की सफाई करने और गाँव में विकास एवं भाईचारा कायम करने में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए प्रेरित किया जा रहा है । दतौड गाँव को भारत का एक 'आदर्श ग्राम' (Model Village) के रूप मे विकसित करने के लिए हर ग्रामवासी प्रयासरत एवं वचनबद्ध है ।
दतौड गाँव श्री श्री 1008 बाबा सीताराम की पावन स्थली के रूप में जाना जाता है। दत्तौड़ गाँव एक ब्राह्मण बहुल क्षेत्र के रूप में भी जाना जाता है। बाबा सीताराम दतौड गाँव के सुप्रसिद्ध संत हुए हैं जिनका पूरा नाम श्री श्री 1008 नरोत्तम दास जी महाराज था। दत्तौड़ गांव के निर्माण एवं विकास में उनका अहम् योगदान है। वो एक बहुत बड़े ज्ञानी, दानी, समाजसेवी, भगत और बुद्धिजीवी थे जिन्हें बहुत सारी मायावी शक्तियों और कलाओं का वरदान प्राप्त था। दत्तौड़ गांव पर बाबा सीताराम की कृपा से ही कभी कोई प्राकर्तिक संकट नही आता। वो दत्तौड़ गांव के ग्राम देवता के रूप में पूजे जाते हैं।
दतौड गाँव से भारत की राजधानी दिल्ली से 45 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है है। दतौड गाँव हरियाणा राज्य की राजधानी चंडीगढ़ से लगभग 250 किलोमीटर, रोहतक जिले से 25 किलोमीटर और सांपला तहसील से 4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। दतौड गाँव सांपला तहसील के अधीन आता है जिसके उत्तर की ओर खरखोदा तहसील, पूर्व की ओर बहादुरगढ़ तहसील, पश्चिम की ओर रोहतक तहसील, दक्षिण की ओर झज्जर तहसील है। दतौड गाँव से निकटवर्ती गाँव गिझी 1 किमी, अटायल 2 किमी, इस्माइला 2.5 किमी, गांधरा 3.5 किमी, कसरेंटी 4.8 किमी, सांपला 4 किमी, खेड़ी सांपला 5 किमी, समचाना 5 किमी, भैसरू कलां 5.8 किमी, पाकस्मा 7 किमी, गढ़ी सांपला 6 , किमी, नोनंद 7 किमी, खरावड़ 8 किमी, हसनगढ़ 9 किमी, कुलताना 9 किमी, बलियाणा 10 किमी, खेड़ी साध 15 किमी की दूरी पर स्थित है।
दतौड गाँव में लगभग 2800 मतदाता हैं। दतौड गाँव में साक्षरता की दर 85 फीसदी है। यहाँ के 80 फीसदी ग्रामवासी निजी एवं सरकारी व्यवसायों में कार्यरत हैं। यहाँ लोगों को आत्मनिर्भर बनाने पर भी खास जोर दिया जा रहा है। गाँव में ही उपलब्ध पंजाब नेशनल बैंक के आधार पर सरकारी योजनाओं के जरिए युवाओं और किसानों को ऋण तथा जरूरी सुविधाएँ दी जाती हैं।
कोशिश की जा रही है कि यहाँ रहने वाले किसी की भी व्यक्ति की हालत कमजोर नहीं रह सके। गाँव में बने साफ सुथरे और व्यवस्थित मंदिर परिसर, सरकारी एवं निजी स्कूल परिसर, पंजाब नेशनल बैंक, हर वर्ग के लिए बनी चौपालें, डिस्पेंसरी, पुस्तकालय, पशु चिकित्सालय, जल घर, पंचायत घर, भगवान परशुराम आश्रम, निर्माणाधीन गौशाला, वाटर ट्रीटमेंट प्लांट, सीवरेज सिस्टम, तालाब, आंगनवाड़ी केंद्र, सामुदायिक केंद्र और बाबा सीताराम खेल स्टेडियम आदि यहाँ प्रमुख आकर्षण के केंद्र हैं ।
यहाँ सभी ग्रामवासी अब पर्यावरण, पानी, सफाई और गाँव में विकास का महत्त्व भली-भाँती समझते हैं। बच्चों एवं युवाओं को भी स्कूल, कॉलेज, दफ्तर जाने से पहले और अवकाश के दिन अपने आसपास की सफाई करने और गाँव में विकास एवं भाईचारा कायम करने में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए प्रेरित किया जा रहा है । दतौड गाँव को भारत का एक 'आदर्श ग्राम' (Model Village) के रूप मे विकसित करने के लिए हर ग्रामवासी प्रयासरत एवं वचनबद्ध है ।
जय बाबा सीताराम
सौजन्य से :- दतौड गाँव
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